दादरा और नगर हवेली का भारत में विलय
11 अगस्त 1961 को दादरा और नगर हवेली का भारत में विलय हुआ था. जिसे केंद्र शासित प्रदेश बनाया
गया.
यह इलाका पहले पुर्तगाली प्रभाव में था. महाराष्ट्र और गुजरात के बीच
बसा दादरा और नगर हवेली एक समय मराठाओं के अधिकार में भी रहा, जिस पर 18वीं
शताब्दी में पुर्तगालियों का कब्जा हो गया.
भारत की आजादी के 14 साल बाद 11 अगस्त के दिन यहां तिरंगा फहराने की इजाज़त मिली और इस इलाके को
पुर्तगाली प्रभाव से छुट्टी मिली.
यह इलाका खूबसूरती के लिहाज से भी उम्दा है. पहाड़ों के अलावा यहां
दमन गंगा बहती है. जो इसकी खूबसूरती को और बढ़ा देती है.
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