विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस
( World Nature Conservation Day)
दुनिया के विभिन्न देशों में प्रत्येक वर्ष 28 जुलाई के दिन को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के
रूप में मनाया जाता है।
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का उद्देश्य:
विश्व प्रकृति संरक्षण
दिवस मनाने का प्रमुख उद्देश्य पृथ्वी के प्राकृतिक वातावरण से विलुप्त होते हुए जीव-जन्तुओं
तथा पेड़-पौधों का संरक्षण करना है।
पर्यावरण किसे कहते है?
पर्यावरण शब्द परि+आवरण के संयोग से बना है। ‘परि’ का आशय चारों ओर तथा ‘आवरण’ का आशय का परिवेश है। दूसरे शब्दों में कहें तो
पर्यावरण अर्थात वनस्पतियों ,प्राणियों और मानव जाति सहित सभी सजीवों और उनके साथ
संबंधित भौतिक परिसर को पर्यावरण कहतें हैं वास्तव में पर्यावरण में वायु, जल, भूमि, पेड़-पौधे, जीव-जन्तु, मानव और उसकी विविध गतिविधियों के परिणाम आदि
सभी का समावेश होता हैं।
पर्यावरण संरक्षण का महत्त्व:
पर्यावरण संरक्षण का समस्त प्राणियों के जीवन तथा इस धरती के समस्त प्राकृतिक
परिवेश से घनिष्ठ सम्बन्ध है। प्रदूषण के कारण सारी पृथ्वी दूषित हो रही है और
निकट भविष्य में मानव सभ्यता का अंत दिखाई दे रहा है। इस स्थिति को ध्यान में रखकर
सन् 1992 में ब्राजील
में विश्व के 174 देशों का ‘पृथ्वी सम्मेलन’ आयोजित किया गया। इसके पश्चात सन् 2002 में जोहान्सबर्ग में पृथ्वी सम्मेलन आयोजित कर
विश्व के सभी देशों को पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान देने के लिए अनेक उपाय सुझाए
गये। वस्तुतः पर्यावरण के संरक्षण से ही धरती पर जीवन का संरक्षण हो सकता है।
पर्यावरण संरक्षण कैसे किया जा सकता है?
पर्यावरण संरक्षण करने के लिए निम्नलिखित प्रयास किये जा सकते है:-
जंगलों को न काटे।
जमीन में उपलब्ध पानी का उपयोग तब ही करें जब आपको जरूरत हो।
कार्बन जैसी नशीली गैसों का उत्पादन बंद करे।
उपयोग किए गए पानी का चक्रीकरण करें।
ज़मीन के पानी को फिर से स्तर पर लाने के लिए वर्षा के पानी को सहेजने की
व्यवस्था करें।
ध्वनि प्रदूषण को सीमित करें।
प्लास्टिक के लिफाफे छोड़ें और रद्दी काग़ज़ के लिफाफे या कपड़े के थैले
इस्तेमाल करें।
जिस कमरे मे कोई ना हो उस कमरे का पंखा और लाईट बंद कर दें।
पानी को फ़ालतू ना बहने दें।
आज के इंटरनेट के युग में, हम अपने सारे बिलों का भुगतान आनलाईन करें तो इससे ना सिर्फ
हमारा समय बचेगा बल्कि काग़ज़ के साथ साथ पैट्रोल डीजल भी बचेगा।
ज्यादा पैदल चलें और अधिक साइकिल चलाएं।
प्रकृति से धनात्मक संबंध रखने वाली तकनीकों का उपयोग करें। जैसे (i) जैविक खाद का प्रयोग (ii) डिब्बा-बंद पदार्थो का कम इस्तेमाल।
जलवायु को बेहतर बनाने की तकनीकों को बढ़ावा दें।
पहाड़ खत्म करने की साजिशों का विरोध करें।
विश्व हेपेटाइटिस दिवस
(World Hepatitis Day)
पूरे विश्व में विश्व हेपेटाइटिस दिवस 28 जुलाई 2019 को मनाया गया. यह दिवस लोगों में इस
बीमारी की रोकथाम, परीक्षण और उपचार के बारे में जागरूकता
फैलाने के लिए मनाया जाता है. हेपेटाइटिस से हरेक साल करीब 14 लाख लोगों की मृत्यु होती है.
हेपेटाइटिस होने पर ये शरीर में विभिन्न तरह के दिक्कतों का
भी कारण बनती है. हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी किये गए रिपोर्ट
के अनुसार, पुरुषों में हेपेटाइटिस का असर उनकी
फर्टिलिटी पर पड़ता है. भारत में हेपटाइटिस फैलने का मुख्य कारण मां से बच्चे में
वायरस का संचारित होना है.
उद्देश्य और विषय: |
विश्व हेपेटाइटिस दिवस
मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को हेपेटाइटिस के लिए जागरूक करना है. लोगों
में जागरुकता न होने के कारण लोग सही समय पर हेपेटाइटिस का टीका नहीं लगवाते हैं, जिसके
कारण यह बीमारी बढ़ती जाती है और एक खतरनाक रूप धारण कर लेती है. विश्व हेपेटाइटिस दिवस वर्ष
2019 का विषय हेपेटाइटिस उन्मूलन के निवेश करें है. इसमें
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के तहत साल 2030 तक वैश्विक
स्तर पर हेपेटाइटिस उन्मूलन उद्देश्यों को प्राप्त करने हेतु ज़रूरी अधिक निवेश
के नए अनुमान शामिल हैं. |
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार,
विश्वभर में 36 करोड़ से ज्यादा लोग
हेपेटाइटिस के गंभीर वायरस से ग्रसित हैं. भारत में करीब चार करोड़ लोग इस वायरस
के संक्रमण से ग्रसित हैं. ये सभी हेपेटाइटिस बी के वायरस से इंफेक्टेड हैं.
हेपेटाइटिस के बारे में:
हेपेटाइटिस वायरस के काऱण होने वाली यह एक संक्रामक बीमारी
है. यह बीमारी मनुष्य के साथ बंदरों की प्रजाति के लीवर को भी संक्रमित करती है, जिस कारण से लीवर में सूजन और जलन पैदा होती है. हेपेटाइटिस यकृत की सूजन
है, जिसे यकृत के ऊतकों में सूजन वाली कोशिकाओं की मौजूदगी
से पहचाना जाता हैं.
हेपेटाइटिस के पांच प्रकार के होते हैं हेपेटाइटिस- ए, बी, सी, डी और ई. विश्व की
जनसंख्या के एक तिहाई लोग हेपेटाइटिस वायरस से संक्रमित है. हेपेटाइटिस वायरस का
संचरण संक्रमित रक्त या शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में जाने से होता है.
हेपेटाइटिस के लक्षण:
हेपेटाइटिस के मुख्य लक्षण में व्यक्ति की आंखें और शरीर
का रंग पीला पड़ने लगता है. इस संक्रमण की मुख्य पहचान पीलिया, सफेद या काली दस्त, अतिसंवेदनशील त्वचा, भूख मिट जाना, अपच और उल्टी, पेट
में दर्द, पेट में सूजन, थकान जैसे
लक्षण है. इन लक्षणों के अतिरिक्त बीमार महसूस करना, सिरदर्द
होना, चिड़चिड़ापन बढ़ना, अचानक शरीर
नीला पड़ना इत्यादि भी हो सकते है.
हेपेटाइटिस से बचाव
हेपटाइटिस, मॉनसून के दौरान अधिक फैलता है, इसलिए इस मौसम में तैलीय, मसालेदार, मांसाहारी और भारी खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए. इस बीमारी से
बचने के लिए शाकाहारी आहार, ब्राउन राइस, हरी पत्तेदार सब्जियां, विटमिन सी युक्त फल, पपीता, नारियल पानी, सूखे खजूर,
किशमिश, बादाम और इलायची का भरपूर मात्रा में
सेवन करना चाहिए.
विश्व हेपेटाइटिस दिवस:
विश्व हेपेटाइटिस दिवस साल 2010 से मनाया जा रहा है. विश्व
स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा चिह्नित किए गए आठ वैश्विक
सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियानों में से एक है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मई 2010
में एक प्रस्ताव पारित कर यह दिवस मनाने की घोषणा की थी. इससे पहले
क्रोनिक वायरल हैपेटाइटिस के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विश्व हेपेटाइटिस
एलायंस ने साल 2008 में अभियान चलाया था.
28 जुलाई प्रोफेसर बारूक ब्लमबर्ग का जन्मदिन
है, उन्होंने हेपेटाइटिस बी वायरस की खोज की थी. उन्हें इस
खोज के लिए साल 1976 में चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार से
सम्मानित किया गया था.
वर्ष |
घटना/वारदात/वृत्तांत |
1741 |
कैप्टन बेरिंग ने माउंट सैंट एलियास, अलास्का
की खोज की। |
1858 |
भारतीय प्रशासनिक सेवा के सर विलियम जेम्स हर्शल द्वारा
इजाद किये गये पहचान के तौर पर अंगूठे के निशान का पहली बार प्रयोग। |
1914 |
आस्ट्रिया-हंगरी ने सर्बिया के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
यहां से प्रथम विश्वयुद्ध की शुरूआत हुई। |
1935 |
बोइंग बी -17 फ्लाइंग किले की पहली उड़ान। |
1939 |
सूटन हू
हेलमेट की खोज की गई। |
1959 |
ग्रेट ब्रिटेन में डाक कोड का प्रयोग शुरु हुआ। |
1964 |
चंद्रमा की तरफ रेंजर 7 का
प्रक्षेपण हुआ, जिसने 4308 तस्वीरें
भेजी। |
1977 |
ट्रांस-अलास्का पाइपलाइन सिस्टम के माध्यम से पहला तेल
वाल्डेज़, अलास्का पहुंचता। |
1983 |
नासा ने वाणिज्यिक संचार उपग्रह टेल्सटार-3ए का
प्रक्षेपण किया। |
1996 |
वाशिंगटन के
केनेविक के पास एक प्रागैतिहासिक व्यक्ति के अवशेष खोजे गए। ऐसे अवशेष को
केनेविक मैन के नाम से जाना जाएगा। |
2001 |
ऑस्ट्रेलियाई
इयान थोर्पे एक एकल विश्व चैम्पियनशिप की बैठक में छह स्वर्ण पदक जीतने वाले
पहले तैराक बने। |
2005 |
सौरमंडल के दसवें ग्रह की खोज करने का दावा हुआ। |
2018 |
ऑस्ट्रेलियाई
वेंडी टक वर्ल्ड राउंड रेस की क्लीपर राउंड जीतने वाली पहली महिला कप्तान बनी। |
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