गुरुवार, 11 जून 2020

भारत का सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश 1

प्रथम न्यायाधीश - सर हरिलाल जेकिसुनदास कनिया (एच.जे. कनिया) को स्वतन्त्र भारत के पहले मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया और नवम्बर 1951 को 61 साल आयु में निधन तक इस पद पर कार्यरत रहे।

सर हरिलाल जेकिसुनदास कनिया (एच.जे. कनिया) –

जन्म –

3 नवम्बर 1890 (सूरत)

मृत्यु –

6 नवम्बर 1951 (61 वर्ष 3 दिन)

पिता -

जेकिसुनदासभावनगर रियासत के शामलदास कॉलेज में संस्कृत प्राध्यापक और फिर प्रधानाचार्य रहे।

पत्नी –

कुसुम मेहता

शिक्षा -

1910 में शामलदास कॉलेज, भावनगर रियासत से कला स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की

1912 में शासकीय विधी महाविद्यालय, बम्बई से विधी स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की

1913 में शासकीय विधी महाविद्यालय, बम्बई से विधी स्नातकोत्तर की परीक्षा उत्तीर्ण की

व्यवसाय –

शिक्षा के बाद बम्बई उच्च न्यायालय में वकील का कार्य किया।

1930 में बम्बई उच्च न्यायालय के कार्यकारी न्यायाधीश का कार्यभार सम्भाला।

1931 में बम्बई उच्च न्यायालय के अपर न्यायाधीश का कार्यभार सम्भाला।

1933 में बम्बई उच्च न्यायालय के सहयोगी न्यायाधीश का कार्यभार सम्भाला।

1943 की बर्थडे ऑनर्ज़ लिस्ट में कनिया का नाम था और उन्हे सर की उपाधि मिली

20 जून 1946 में वह संघीय न्यायालय के सहयोगी न्यायाधीष नियुक्त हुए।

14 अगस्त 1947 को संघीय न्यायालय के मुख्य न्यायाधीष सर पैट्रिक स्पेन्ज़ सेवानिवृत्त हुए और तब यह पद कनिया को मिला।

26 जनवरी को जब स्वतनत्र भारत एक गणराज्य बना तो कनिया देश के सर्वोच्च न्यायालय के पहले मुख्य न्यायाधीश बने और उन्होने अपनी शपथ भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ॰ राजेन्द्र   प्रसाद के सामने पढ़ी।

v  विशेष – श्री कनिया के भाई श्री हीरालाल जेकिसुनदासभी वकील थे। हीरालाल जेकिसुनदास के बेटे मधुकर हीरालाल जेकिसुनदास भी 1987 में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशऔर आगे चलके मुख्य न्यायाधीश बने

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश 3

(3) मेहरचन्द महाजन (एम. सी. महाजन) 

जन्म

23 दिसम्बर 1889 (नगरोटा, कांगड़ा)

मृत्यु

16 मार्च 1963 (74 वर्ष 2 माह 12 दिन)

पिता -

लाला बृजलाल एक वकील थे

पत्नी

एम कामाक्षी अम्मल

शिक्षा -

1910 में लाहौर के गवर्नमेंट कॉलेज से स्नातक फिर एम.एस.सी रसायन विज्ञान में प्रवेश लिया परन्तु पिता के कहने पर एल.एल.बी. की

1912 में एल.एल.बी. की परीक्षा उत्तीर्ण की

व्यवसाय

1913 में धर्मशाला में एक वकील के रूप में अपना कार्य शुरू किया

1914 से 1918 तक गुरदासपुर में वकील का कार्य किया

1918 से 1943 तक लाहौर हाईकोर्ट में कानून का अभ्यास किया

1938 से 1943 तक लहौर हाईकोर्ट बार एसोसिएसन के अध्यक्ष पद पर अपनी सेवाएं दी

15 अक्टूबर 1947 को, महाजन को जम्मू और कश्मीर का प्रधान मंत्री नियुक्त किया गया भारत में विलय के बाद भी वह वहां के प्रधानमंत्री रहे और 5 मार्च 1948 तक इस पद पर कार्य किया

4 अक्टूबर 1948 से 3 जनवरी 1954 तक स्वतंत्र भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पहले न्यायाधीशों में से एक के रूप में कार्य किया

4 जनवरी 1954 को भारत के तीसरे मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण किया और सेवानिवृति (22 दिसम्बर 1954) तक कार्य किया।

विशेष - महाराजा हरि सिंह के शासनकाल के दौरान जम्मू और कश्मीर के भारतीय राज्य के प्रथम प्रधानमंत्री थे और जम्मू-कश्मीर के भारत में प्रवेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह रेडक्लिफ आयोग में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार थे जिसने भारत और पाकिस्तान की सीमाओं को परिभाषित किया था।


आज का दिन 11 जून


1770 - कैप्टन जेम्स कूक ने ऑस्ट्रेलिया के ग्रेट बैरियर रीफ की खोज की।

1866 - इलाहाबाद उच्च न्यायालय की स्थापना हुई। इसे पहले आगरा उच्च न्यायालय के नाम से जाना जाता था।

1892 - दुनिया की पहली फिल्म स्टूडियो में से एक, लाइमलाइट विभाग, आधिकारिक तौर पर मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया में स्थापित है।

1895 - पेरिस-बोर्डो-पेरिस, जिसे कभी-कभी इतिहास में पहली ऑटोमोबाइल रेस कहा जाता है या "पहली मोटर रेस" होती है।

1935 - आविष्कारक एडविन आर्मस्ट्रांग ने अल्पाइन, न्यू जर्सी में संयुक्त राज्य अमेरिका में एफएम प्रसारण का पहला सार्वजनिक प्रदर्शन किया।

1936 - लंदन इंटरनेशनल सर्रेलिस्ट प्रदर्शनी खुली।

1964 - जवाहरलाल नेहरु की इच्छा के मुताबिक उनकी अस्थियों की राख को देश भर में बिखेरा गया।

1970 - 15 मई को नियुक्त होने के बाद, अन्ना माए हेज़ और एलिजाबेथ पी। होइसिंगटन ने आधिकारिक तौर पर अमेरिकी सेना के जनरलों के रूप में अपनी रैंक प्राप्त की, ऐसा करने वाली पहली महिला बनीं।

2002 - एंटोनियो मेउची को यूनाइटेड स्टेट्स कांग्रेस द्वारा टेलीफोन के पहले आविष्कारक के रूप में स्वीकार किया गया।

2008 - ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया

2010 - पहला अफ्रीकी फीफा विश्व कप दक्षिण अफ्रीका में समाप्त हुआ।

2018 - 3 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर आधिकारिक रूप से खुला।