गुरुवार, 11 जून 2020

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश 3

(3) मेहरचन्द महाजन (एम. सी. महाजन) 

जन्म

23 दिसम्बर 1889 (नगरोटा, कांगड़ा)

मृत्यु

16 मार्च 1963 (74 वर्ष 2 माह 12 दिन)

पिता -

लाला बृजलाल एक वकील थे

पत्नी

एम कामाक्षी अम्मल

शिक्षा -

1910 में लाहौर के गवर्नमेंट कॉलेज से स्नातक फिर एम.एस.सी रसायन विज्ञान में प्रवेश लिया परन्तु पिता के कहने पर एल.एल.बी. की

1912 में एल.एल.बी. की परीक्षा उत्तीर्ण की

व्यवसाय

1913 में धर्मशाला में एक वकील के रूप में अपना कार्य शुरू किया

1914 से 1918 तक गुरदासपुर में वकील का कार्य किया

1918 से 1943 तक लाहौर हाईकोर्ट में कानून का अभ्यास किया

1938 से 1943 तक लहौर हाईकोर्ट बार एसोसिएसन के अध्यक्ष पद पर अपनी सेवाएं दी

15 अक्टूबर 1947 को, महाजन को जम्मू और कश्मीर का प्रधान मंत्री नियुक्त किया गया भारत में विलय के बाद भी वह वहां के प्रधानमंत्री रहे और 5 मार्च 1948 तक इस पद पर कार्य किया

4 अक्टूबर 1948 से 3 जनवरी 1954 तक स्वतंत्र भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पहले न्यायाधीशों में से एक के रूप में कार्य किया

4 जनवरी 1954 को भारत के तीसरे मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण किया और सेवानिवृति (22 दिसम्बर 1954) तक कार्य किया।

विशेष - महाराजा हरि सिंह के शासनकाल के दौरान जम्मू और कश्मीर के भारतीय राज्य के प्रथम प्रधानमंत्री थे और जम्मू-कश्मीर के भारत में प्रवेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह रेडक्लिफ आयोग में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार थे जिसने भारत और पाकिस्तान की सीमाओं को परिभाषित किया था।


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