(3) मेहरचन्द महाजन (एम. सी.
महाजन) –
जन्म – |
23 दिसम्बर 1889 (नगरोटा,
कांगड़ा) |
मृत्यु – |
16 मार्च 1963 (74 वर्ष 2 माह 12 दिन) |
पिता - |
लाला बृजलाल एक वकील थे। |
पत्नी – |
एम कामाक्षी अम्मल |
शिक्षा - |
1910 में लाहौर के गवर्नमेंट कॉलेज से स्नातक फिर एम.एस.सी रसायन विज्ञान में प्रवेश लिया परन्तु पिता के कहने पर एल.एल.बी. की |
1912 में एल.एल.बी. की परीक्षा उत्तीर्ण की |
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व्यवसाय – |
1913 में धर्मशाला में एक वकील के रूप में अपना कार्य शुरू किया |
1914 से 1918 तक गुरदासपुर में वकील का कार्य किया |
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1918 से 1943 तक लाहौर हाईकोर्ट में कानून का अभ्यास किया |
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1938 से 1943 तक लहौर हाईकोर्ट बार एसोसिएसन के अध्यक्ष पद पर अपनी सेवाएं दी |
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15 अक्टूबर 1947 को, महाजन को जम्मू और कश्मीर का प्रधान मंत्री नियुक्त किया गया भारत में विलय के बाद भी वह वहां के प्रधानमंत्री रहे और 5 मार्च 1948 तक इस पद पर कार्य किया |
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4 अक्टूबर 1948
से 3 जनवरी 1954
तक स्वतंत्र भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पहले न्यायाधीशों में से एक के रूप में कार्य किया |
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4
जनवरी 1954 को भारत के तीसरे मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण किया और सेवानिवृति (22 दिसम्बर 1954) तक कार्य किया। |
विशेष - महाराजा हरि
सिंह के शासनकाल के दौरान जम्मू और कश्मीर के भारतीय राज्य के प्रथम प्रधानमंत्री
थे और जम्मू-कश्मीर के भारत में प्रवेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह
रेडक्लिफ आयोग में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार थे जिसने भारत और
पाकिस्तान की सीमाओं को परिभाषित किया था।
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