चन्द्रमा पर कदम रखने वाले व्यक्ति
(Moon walker)
(1) नील आर्मस्ट्रांग, (2)
बज एल्ड्रिन
20 जुलाई 1969 को चांद पर अपोलो 11 मिशन से गए नील आर्मस्ट्रांग और
बज एल्ड्रिन गए थे। एक अंतरिक्ष यात्री और वैमानिक इंजिनियर नील आर्मस्ट्रांग साल 1971
में नासा (द नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन) से
रिटायर्ड हुए। 5 अगस्त 1930 में जन्मे
आर्मस्ट्रांग का साल 2012 में 82 साल
की उम्र में निधन हो गया।
बज एल्ड्रिन भी अपोलो 11 मिशन पर गए थे। वह
दूसरे शख्स थे, जिनके कदम चांद पर पड़े। 86 साल की उम्र में
एल्ड्रिन ने साउथ पोल (दक्षिण ध्रुव) तक पहुंच कर एक रिकॉर्ड भी कायम किया। वह ऐसा करने वाले सबसे बुजुर्ग व्यक्ति बन गए। साल 2016 में इस टाइटल को हासिल करने के बाद उन्होंने का था, ‘मैने मौत को बेहद करीब देखा।’ हाल ही, एल्ड्रिन अपने बच्चों के साथ कानूनी विवाद के कारण सुर्खियों में थे। 88
वर्षीय एल्ड्रिन फ्लोरिडा में रहते हैं।
(3) पेटे कॉनराड, (4) एलन बीन
पेटे कॉनराड चांद पर कदम रखने वाले
तीसरे शख्स थे। वह नंवबर 1969 में हुए अपोलो 12 मिशन का हिस्सा थे। साल 1973
में नासा से रिटायर्ड होने के बाद उन्होंने एक बिजनेसमैन के तौर पर
काम किया। लेकिन साल 1999 में कैलिफोर्निया में उनकी
मोटरसाइकिल का एक्सिडेंट हो गया, जिसमें उनकी जान चली गई। वह
69 साल के थे।
कॉनरड के साथ अपोलो 12 के चालक दल में एलन
बीन भी शामिल थे। वह चंद्रमा पर कदम रखने वाले चौथे शख्स थे। नासा से साल 1981
में रिटायर्ड होने के बाद वह एक पेंटर बन गए और उन्होंने पेंटिंग्स
में अपने स्पेससूट के टुकड़े का इस्तेमाल किया। यह शख्स 86 साल
की उम्र में दुनिया छोड़ कर चला गया। इसी वर्ष मई में इनका निधन हुआ था।
(5) एलन शेपर्ड, (6) एडगर मिशेल
अपोलो 14 मिशन का हिस्सा रहे एलन शेपर्ड ने फरवरी 1971
में चंद्रमा की धरती पर कदम रखा था। शेपर्ड साल 1974 में नासा से रिटायर्ड हुए। इसके बाद उन्होंने बैंकिंग और रियल स्टेट में
काम करना शुरू किया। उनकी मृत्यु 1998 में ल्यूकेमिया में
हुई। वह 74 साल के थे।
शेपर्ड के साथ अपोलो 14 मिशन पर गए एडगर
मिशेल छठे शख्स थे चांद पर कदम रखने वाले। नासा से 1972 में
रिटायर्ड होने के बाद उन्होंने कैलिफोर्निया में एक गैर-लाभकारी संगठन, नोएटिक साइंसेज संस्थान की मदद की, जो ईएसपी और अन्य
मानसिक घटनाओं का शोध करता है। साल 2016 में फ्लोरिडा में 85
वर्षीय मिशेल की मृत्यु हो गई।
(7) डेविड स्टॉक, (8) जेम्स इरविन
अपोलो 15 क्लासिक के अंतरिक्ष यात्री डेविड स्टॉक जुलाई
और अगस्त 1971 में चांद पर गए। साल 1977 में नासा से रिटायर्ड होने के बाद उन्होंने लेखक के रूप में काम किया।
इसके अलावा वह अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम के बारे में किताबों और डॉक्यूमेंट्रीज के
लिए कंसलटेंट बन गए। स्टॉक कैलिफोर्निया के लॉस एंजिलिस में रहते हैं।
जेम्स इरविन, चंद्रमा पर चलने के
लिए आठवें शख्स बने। वह 1972 में नासा से रिटायर्ड हुए और
ईसाई धार्मिक आउटरीच संगठन हाई फ्लाइट फाउंडेशन की स्थापना की। इरविन की मौत हार्ट
अटैक से साल 1991 में हुई। वह 61 साल
के थे। इस वजह से वह चांद
पर जाने वालों यात्रियों में से सबसे पहले मरने वाले शख्स बन गए।
(9) जॉन यंग (10) चार्ल्स ड्यूक
अपोलो 16 मिशन पर जाकर अप्रैल 1972 को जॉन यंग चांद पर चलने वाले नौवें शख्स बन गए। 2004 मे रिटायर्ड होने से पहले उन्होंने नासा के लिए करीब 40 साल तक काम किया। इसकी वजह उनका स्पेस शटल कोलंबिया मिशन पर काम करना था।
जॉन की मृत्यु इसी साल जनवरी में हुई। वह 87 साल के थे।
चार्ल्स ड्यूक उसी अपोलो 16 मिशन का हिस्सा थे,
जिसमें जॉन यंग थे। चार्ल्स चंद्रमा पर जाने वाले दसवें व्यक्ति
हैं। वह साल 1975 में नासा से सेवानिवृत्त हुए, जिसके बाद उन्होंने जेल मंत्रालय में काम करना शुरू किया। अब चार्ल्स 82
साल के हैं और टेक्सास में रहते हैं। इस दौरान वह एस्ट्रोनॉट
स्कॉलरशिप फाउंडेशन बोर्ड के अध्यक्ष हैं।
(11) यूजीन सेरनन, (12) हैरिसन श्मिट
अपोलो 17 मिशन के दौरान चंद्रमा पर जाने वाले यूजीन
सेरनन 11 वें व्यक्ति थे। सेरनन वो शख्स भी हैं, जिन्हंने आखिरी बार चंद्रमा की सतह पर अपने कदमों के निशान छोड़ें। वह साल
1976 में नासा से रिटायर्ड हुए और एक प्राइवेट इंडस्ट्री में
काम करने लगे। इसके अलावा वह ‘गूड मॉर्निंग अमेरिका’ के लिए भी कमेंटेटर को तौर पर काम कर देते थे। सेरनन की मौत टेक्सास में
जनवरी 2017 को हुई। वह 82 साल के थे।
चंद्रमा पर कदम रखने वाले हैरिसन श्मिट उसी अपोलो 17 मिशन पर भूविज्ञानी थे, जिस पर यूजीन सेरनन गए थे। इन्होंने नासा से 1975 में रिटायर्ड होने के बाद यू.एस. सीनेट में एक साल के लिए रिपब्लिकन के रूप में न्यू मैक्सिको का प्रतिनिधित्व किया। हैरिसन ने विश्वविद्यालय स्तर पर पढ़ाने का काम भी किया है। वह 83 साल के हैं और न्यू मैक्सिको में रहते हैं।
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