विश्व स्तनपान
सप्ताह (अगस्त माह का पहला सप्ताह):
01 to 07 August:
World Breastfeeding Week)
विश्व स्तनपान
सप्ताह :-
विश्व स्तनपान सप्ताह, विश्वभर के
बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार और स्तनपान कराने को प्रोत्साहित हेतु 170 देशों से
अधिक देशों में प्रतिवर्ष अगस्त माह के पहले सप्ताह (01 अगस्त से 07 अगस्त) में
मनाया जाता है। विश्व स्तनपान सप्ताह वर्ष 2020 का विषय (थीम)- "एक स्वस्थ
ग्रह के लिए स्तनपान का समर्थन करें" रखी गयी है।
विश्व स्तनपान
सप्ताह का उद्देश्य :-
इस दिवस का उद्देश्य वर्ष स्तनपान की महत्ता को उजागर करना और लोगो में इसके
प्रति जागरूकता फैलाना है। स्तनपान को बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य की आधारशिला माना
जाता है। गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘एमएएः मां का पूर्ण स्नेह’ (MAA:
Mother’s Absolute Affection) कार्यक्रम प्रारंभ किया
है।
विश्व स्तनपान
सप्ताह के विषय (थीम) :-
विश्व स्तनपान
सप्ताह वर्ष 2020 का विषय (थीम)- "एक स्वस्थ ग्रह के लिए स्तनपान का समर्थन
करें"
विश्व स्तनपान
सप्ताह वर्ष 2019 का विषय (थीम)- "सशक्त माता-पिता, स्तनपान सक्षम करें"
विश्व स्तनपान
सप्ताह वर्ष 2018 का विषय (थीम)- “स्तनपान-जीवन की नींव है।”
विश्व स्तनपान
सप्ताह वर्ष 2017 का विषय (थीम)- “एक साथ स्तनपान को बनाए रखनाहै।”
विश्व स्तनपान
सप्ताह वर्ष 2016 का विषय “स्तनपानः पोषणीय विकास का उपाय है”।
बच्चे के लिए
स्तनपान के लाभ :-
माँ के दूध में
बच्चे के लिए आवश्यक प्रोटीन, वसा, कैलोरी, लैक्टोज, विटामिन, लोहा, खनिज, पानी और एंजाइम पर्याप्त मात्रा में होते है।
माँ का दूध
पचाने में त्वरित और आसान होता है।
यह बच्चे की
प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जो कि भविष्य में उसे कई तरह के संक्रमणों से सुरक्षित करता है।
यह बच्चे के
मस्तिष्क के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता
है।
यह किफ़ायती और
संक्रमण से मुक्त है।
स्तनपान बच्चे
और मां के बीच भावनात्मक बंधन को बढ़ाता है।
माँ के लिए
स्तनपान के लाभ :-
यह स्तन व
डिम्बग्रंथि के कैंसर की संभावना को कम करता है।
यह प्रसव पूर्व
खून बहने और एनीमिया की संभावना को कम करता है।
यह माँ को अपनी
पुरानी शारीरिक संरचना वापिस प्राप्त करने में सहायता करता हैं। स्तनपान कराने
वाली माताओं के बीच मोटापा सामान्यत: कम पाया जाता है।
सामाजिक लाभ :-
स्तनपान बच्चों
में मृत्यु-दर/मृत्यु अनुपात को कम करता है।
स्तनपान करने
वाले बच्चों में अच्छी प्रतिरक्षा प्रणाली का विकास होता है तथा वे कई प्रकार की
घातक की बीमारियों से बचने में सक्षम बनते है। इसके परिणामस्वरूप स्वास्थ्य बजट
में कमी होती है।
स्तनपान के
बारे में अन्य आवश्यक जानकारी :-
माँ का दूध
बच्चे के लिए सर्वोत्तम एवं संपूर्ण पोषण आहार है।
स्तनपान बच्चे
को खिलाने का सबसे बेहतर प्राकृतिक उपाय है।
डब्ल्यूएचओ (World
Health Organization) ने सिफ़ारिश की है कि माँ
का पीला व गाढ़ा कोलोस्ट्रम (Colostrum) वाला दूध नवजात शिशु (Newborn Baby) के लिए सर्वोत्तम आहार (Best diet) है। बच्चे को जन्म के तुरंत बाद 1 घंटे के भीतर स्तनपान कराना शुरू करना
चाहिए।
बच्चे को 6
महीने की अवस्था तक स्तनपान अवश्य कराना चाहिए।
बच्चे को पहले
छह महीनों में किसी भी तरह का वाणिज्यिक दूध जैसे कि सूखा दूध या कृत्रिम आहार, पेय या यहां तक कि बच्चे के लिए आवश्यक पानी नहीं दिया जाना चाहिए।
यदि बच्चा या
माँ बीमार हों, तो भी स्तनपान
कराना जारी रखना चाहिए।
माँ को 2 वर्ष
या उससे अधिक समय तक स्तनपान कराना ज़ारी रखना चाहिए।
बोतल से दूध
आपके बच्चे के लिए पीना हानिकारक हो सकता है। यह आपके शिशु में पतले दस्त का कारण
हो सकता है।
बच्चे को 6
महीने की अवस्था के बाद से ही ठोस आहार देना शुरू करना चाहिए।
स्तनपान के
दौरान धूम्रपान या अल्कोहल का सेवन न करें। यह “आपके और आपके बच्चे” के लिए
हानिकारक हो सकता है।
स्तनपान से
पहले या बाद में उचित स्वच्छता बनाए रखें।
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