शुक्रवार, 5 जून 2020

भारत का सर्वोच्च न्यायालय (न्यायाधीश)


                         (यतो धर्मः ततो जयः)

भारत का सर्वोच्च न्यायालय (न्यायाधीश)–

 भारत के सर्वोच्च न्यायालय स्थापना के बाद से अब तक के सभी न्यायाधीशों की नियुक्ति उनके संबंध में विशेष जानकारी इस भाग में प्रदान करूंगा तथा बाद में सर्वोच्च न्यायालय के विशेष फैसलों को भी यहां पर प्रस्तुत करने का प्रयास करूगां                                   आपके सहयोग की आशा में आपका अपना बिश्नोई एज्यूकेशन

स्थापना –

अक्टूबर 1937 में फेडरल कोर्ट ऑफ इण्डिया के रूप में हुई थी।

28 जनवरी 1950 को आजादी के बाद इसे भारत का सर्वोच्च न्यायालय घोषित कर दिया गया।

ध्येय वाक्य - यतो धर्मः ततो जयः (यतो धर्मस्ततो जयः) एक संस्कृत श्लोक है। यह भारत के सर्वोच्च न्यायालय का ध्येय वाक्य है। यह महाभारत में कुल ग्यारह बार आता है और इसका मतलब है "जहाँ धर्म है वहाँ जय (जीत) है।

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