(यतो धर्मः ततो जयः)
भारत का सर्वोच्च न्यायालय (न्यायाधीश)–
स्थापना – |
अक्टूबर 1937 में फेडरल कोर्ट ऑफ
इण्डिया के रूप में हुई थी। |
28 जनवरी 1950 को
आजादी के बाद इसे भारत का सर्वोच्च न्यायालय घोषित कर दिया गया। |
ध्येय वाक्य - यतो धर्मः ततो जयः (यतो धर्मस्ततो जयः) एक संस्कृत श्लोक है। यह भारत के सर्वोच्च न्यायालय का ध्येय वाक्य है। यह महाभारत में कुल ग्यारह बार आता है और इसका मतलब है "जहाँ धर्म है वहाँ जय (जीत) है।
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